बी ए - एम ए >> बीए सेमेस्टर-5 पेपर-2A अर्थशास्त्र - पर्यावरणीय अर्थशास्त्र बीए सेमेस्टर-5 पेपर-2A अर्थशास्त्र - पर्यावरणीय अर्थशास्त्रसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीए सेमेस्टर-5 पेपर-2A अर्थशास्त्र - पर्यावरणीय अर्थशास्त्र - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न- पर्यावरणीय अंकेक्षण का कार्यक्षेत्र समझाइए। यह किसे करना चाहिए?
उत्तर -
(Scope of Environmental Audit)
पर्यावरणीय अंकेक्षण का कार्यक्षेत्र उन सूचनाओं पर निर्भर करता है जो कि पर्यावरणीय निष्पादन की निगरानी करने के लिए प्रबन्ध के लिए आवश्यक होती है।
एक सम्पूर्ण पर्यावरणीय अंकेक्षण में निम्नलिखित को समाहित किया जाता है -
1. पर्यावरणीय विनियमों का अनुपालन
2. कम्पनी की पर्यावरणीय नीतियों व प्रक्रियाओं का संचालन,
3. अच्छी पर्यावरणीय प्रबन्धन प्रक्रियाएँ,
4. पूर्व में उठाए गए कदम।
चूँकि पर्यावरणीय अंकेक्षण एक संगठन के पर्यावरणीय निष्पादन के निर्धारण के सम्बन्ध में सूचनाएँ उपलब्ध कराता है, इसलिए इससे यह आशा की जाती है कि यह न केवल अपशिष्ट प्रवाह को सम्मिलित करें वरन् इसके व्यापक प्रबन्धन एवं प्रचालन सम्बन्धी मुद्दों को भी समाहित करे।
(Who should carry out the Environmental Audit?)
पर्यावरणीय अंकेक्षण का अधिकतम लाभ प्राप्त करने के लिए इसे उद्देश्यपरक होना चाहिए तथा पर्यावरणीय अंकेक्षक को संगठन में किसी भी प्रकार के दबाव से मुक्त होना चाहिए। पर्यावरणीय अंकेक्षण रिपोर्ट में उद्देश्यों को ध्यान में रखा जाये तथा अंकेक्षक संगठन में अपने भावी कैरियर को ध्यान में रखे बिना, आलोचनात्मक टीका-टिप्पणी करने में सक्षम हो।
पर्यावरणीय अंकेक्षण के लिए बहुत-सी बड़ी कम्पनियों ने अपने कार्पोरेट पर्यावरणीय स्वास्थ्य एवं सुरक्षा विभाग में पर्यावरणीय अंकेक्षण दलों का गठन किया है। कुछ दशाओं में इन टीमों का गठन कम्पनी के अलग-अलग विभागों से व्यक्तियों को लेकर किया जाता है। ये व्यक्ति कम्पनी के विभिन्न भागों का पर्यावरणीय अंकेक्षण करते हैं। इसका एक लाभ यह होता है कि उन्हें व्यवसाय / कार्यों की जानकारी होती है। परन्तु इनके द्वारा अंकेक्षित की गयी गतिविधि के प्रति इनका उत्तरदायित्व नहीं होता।
कुछ संगठनों द्वारा पर्यावरणीय अंकेक्षण के लिए बाहरी परामर्शदाताओं को कार्य पर लगाया जाता है। ऐसी दशा में बहुधा बाहरी अंकेक्षक के लिए कम्पनी की आन्तरिक टीम के साथ मिलकर कार्य करना वांछित होता है।
पर्यावरणीय अंकेक्षण के लिए यह आवश्यक होता है कि अंकेक्षण करने वाला व्यक्ति निम्नलिखित का जानकार हो -
1. अंकेक्षित की जाने वाली गतिविधि (उसे संयंत्र, बेकार पड़े स्थल एवं कार्पोरेट प्रधान कार्यालय आदि की समझ हो।)
2. प्रबन्ध प्रणालियाँ।
3. पर्यावरणीय विनियमों तथा आज्ञा देने सम्बन्धी प्रक्रियाएँ।
4. पर्यावरणीय प्रभाव।
पर्यावरणीय अंकेक्षण एक उत्तरदायी पेशेवर होता है। इसके लिए यह आवश्यक होता है कि यह पर्यावरणीय संरक्षण के प्रति समर्पित हो। उसे पर्यावरणीय विज्ञान अथवा पर्यावरणीय प्रबन्धन का डिग्रीधारक होना चाहिए तथा उसमें व्यवसायों एवं उद्योगों में प्रचालनों की पर्यावरणीय निष्पादकता का मूल्यांकन करने का उत्तरदायित्व लेने की क्षमता होनी चाहिए।
पर्यावरणीय अंकेक्षक को विद्यमान पर्यावरणीय अनुपालन समस्याओं को ढूँढ़ना होता है तथा पर्यावरण को बचाने के लिए प्रदूषण में कमी करने के उपायों की जानकारी विनिर्माताओं को देनी होती है। पर्यावरणीय अंकेक्षण अन्तिम अंकेक्षक रिपोर्ट तैयार करता है जिसमें निकाले गए निष्कर्ष एवं सुधार के लिए सिफारिशें लिखी होती हैं।
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- प्रश्न- पर्यावरणीय अर्थशास्त्र से आप क्या समझते हैं? इसकी विषय सामग्री को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- पर्यावरणीय अर्थशास्त्र की विषय सामग्री बताइये।
- प्रश्न- पारिस्थितिक तन्त्र से आप क्या समझते हैं? इसकी संरचना को समझाइये।
- प्रश्न- पारिस्थितिक तन्त्र की प्रकृति का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- पारिस्थितिक तन्त्र की संरचना बताइए।
- प्रश्न- पारिस्थितिक तन्त्र के प्रकार बताइए तथा पारिस्थितिक तन्त्र के महत्व का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- विकास में पारिस्थितिक तन्त्र का महत्व क्या है?
- प्रश्न- पेरेटो की सामान्य कल्याण की इष्टतम् दशाओं की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- कल्याणवादी अर्थशास्त्र में पैरेटो अनुकूलतम की शर्तें पूर्ण प्रतियोगिता में कैसे पूरी होती हैं? .आलोचनात्मक वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- पर्यावरणीय अर्थशास्त्र की अवधारणाएँ समझाइए।
- प्रश्न- पेरेटो के कल्याण अर्थशास्त्र की अथवा इससे सम्बद्ध अनुकूलतम शर्तों की मान्यताएँ बताइए।
- प्रश्न- बाजार असफलता क्या है?
- प्रश्न- बाजार असफलताओं के कारण समझाइये।
- प्रश्न- बाह्यताओं का आशय बताइये।
- प्रश्न- बाह्यताओं के प्रकार समझाइये।
- प्रश्न- भारत में पर्यावरणीय नीतियों के संक्षिप्त अवलोकन का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- भारत की पर्यावरणीय नीति के सिद्धान्त बताइये।
- प्रश्न- पर्यावरण नीति बताइये।
- प्रश्न- राष्ट्रीय पर्यावरणीय नीति, 2006 क्या हैं?
- प्रश्न- राष्ट्रीय पर्यावरण नीति, 2006 के उद्देश्य बताइए।
- प्रश्न- पर्यावरण में वृहत आर्थिक नीति की भूमिका की आलोचनात्मक व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- राष्ट्रीय जल नीति को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- भारत में वन नीति को समझाइए।
- प्रश्न- सतत विकास को प्राप्त करने में पर्यावरणीय नीति कहाँ तक सहायक रही है?
- प्रश्न- पर्यावरणीय प्रदूषण नियंत्रण हेतु नीतिगत उपकरण बताइये।
- प्रश्न- पीगूवियन कर क्या है?
- प्रश्न- सीमा पार पर्यावरणीय मुद्दों से आप क्या समझते हैं?
- प्रश्न- जलवायु परिवर्तन पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- अर्थव्यवस्था पर जलवायु परिवर्तन के प्रभाव का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- पर्यावरणीय मूल्यांकन से आप क्या समझते हैं? इसके मूल्यांकन की विधियों को बताइये। पर्यावरणीय मूल्यांकन की स्पष्ट अधिमान विधियों का विस्तार पूर्वक वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- पर्यावरणीय मूल्यांकन की विभिन्न विधियाँ क्या हैं?
- प्रश्न- पर्यावरणीय मूल्यांकन की अभिव्यक्त अधिमान विधियों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- पर्यावरणीय मूल्यांकन की प्रकरित अधिमान विधियों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- आनन्द कीमत विधि क्या है? रेखाचित्र की सहायता से स्पष्ट कीजिए तथा इसकी आलोचनाएँ भी बताइए।
- प्रश्न- प्रतिबन्धात्मक व्यय विधि को समझाइये।
- प्रश्न- टिप्पणी लिखिए - (a) प्रतिनिधि बाजार रीति तथा (b) सम्पत्ति मूल्य रीति।
- प्रश्न- मजदूरी-विभेदात्मक उपागम बताइये।
- प्रश्न- पर्यावरणीय मूल्यांकन की लागत आधारित विधियाँ का विस्तृत वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- पुनः स्थानीयकरण लागत रीति विशेषताएँ क्या है?
- प्रश्न- प्रतिस्थापन लागत विधि क्या है? इस विधि को रेखाचित्र की सहायता से स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- विकास मॉडल की सामाजिक सीमाएँ सिद्धान्त का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- हरित लेखांकन से आप क्या समझते हैं?
- प्रश्न- पर्यावरणीय मूल्यांकन की आवश्यकता बताइए।
- प्रश्न- परिमाण प्रत्युत्तर विधि को बताइए।
- प्रश्न- मानव पूँजी अथवा पूर्वानुमानित विधि को समझाइए।
- प्रश्न- पर्यावरणीय अधिप्रभाव आंकलन के निर्देशक सिद्धान्त क्या हैं?
- प्रश्न- पर्यावरण नीति व विनियमों का लागत लाभ विश्लेषण का विश्लेषण कीजिए।
- प्रश्न- पर्यावरणीय मूल्यों की माप में आने वाली कठिनाइयों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- पर्यावरणीय मूल्यों के मापन से आप क्या समझते हैं?
- प्रश्न- पर्यावरणीय क्षति से आप क्या समझते हैं?
- प्रश्न- पर्यावरणीय मूल्यों से आप क्या समझते हैं?
- प्रश्न- पर्यावरणीय मूल्यांकन की आवश्यकता बताइए।
- प्रश्न- सतत् विकास से आप क्या समझते हैं?
- प्रश्न- सतत् विकास को प्राप्त करने के लिए उपायों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- सतत् विकास के अवरोधक घटकों का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- सतत् विकास के संकेतकों या मापकों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- सतत् विकास के लिए भारत द्वारा क्या प्रयास किये जा रहे हैं?
- प्रश्न- सतत् विकास की रणनीति पर संक्षिप्त टिप्पणी कीजिए।
- प्रश्न- बाह्यताओं का पीगूवियन विश्लेषण समझाइये।
- प्रश्न- बाह्यताओं के प्रकार समझाइये।
- प्रश्न- उत्पादन की सकारात्मक बाह्यताओं को पीगू के विश्लेषण के अनुसार समझाइए।
- प्रश्न- पीगू के विश्लेषण के अनुसार उत्पादन की नकारात्मक बाह्यताएँ समझाइए।
- प्रश्न- उपभोग में सकारात्मक बाह्यताओं पर टिप्पणी लिखिए तथा इसमें नकारात्मक बाह्यताएँ समझाइए।
- प्रश्न- सार्वजनिक वस्तुओं से आप क्या समझते हैं? इनकी विशेषताओं का वर्णन कीजिए। बाह्यताओं तथा बाजार विफलताओं को किस प्रकार समाप्त किया जा सकता है? विस्तारपूर्वक स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- सार्वजनिक खराबी किसे कहते हैं?
- प्रश्न- सार्वजनिक वस्तुएँ क्या विशेषताएँ रखती हैं?
- प्रश्न- बाह्यताओं एवं बाजार विफलताओं को दूर करने के उपाय बताइये।
- प्रश्न- कल्याणकारी अर्थशास्त्र को परिभाषित कीजिए। कल्याणकारी अर्थशास्त्र में नैतिक निर्णयों का क्या स्थान है?
- प्रश्न- कल्याणकारी अर्थशास्त्र में नैतिक निर्णयों का क्या स्थान है?
- प्रश्न- पीगू के कल्याणवादी अर्थशास्त्र की आलोचनात्मक व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- बाजार असफलता क्या है?
- प्रश्न- बाजार असफलता किन दशाओं में सम्भव है?
- प्रश्न- पीगूवियन सब्सिडी पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- बाह्यताओं के समाधान हेतु सुझाव क्या हैं?
- प्रश्न- बाजार असफलताओं के कारण समझाइये।
- प्रश्न- सम्पत्ति अधिकारों के सम्बन्ध में प्रो. रोनाल्ड कोज की प्रमेयों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- प्रो. आर. कोज द्वारा सम्पत्ति अधिकारों के सम्बन्ध में बतायी गयी द्वितीय प्रमेय को समझाइये।
- प्रश्न- कोज द्वारा बताए गए प्रमेयों का महत्व समझाइए।
- प्रश्न- सम्पदा अधिकार के विभिन्न प्रकारों को बताइए।
- प्रश्न- मानव पूँजी के अवयव लिखिए।
- प्रश्न- पर्यावरण एक सार्वजनिक वस्तु है। समझाइए।
- प्रश्न- पर्यावरणीय गुणवत्ता का आशय एवं महत्व बताइये।
- प्रश्न- इको लेबलिंग (Eco Labelling) का क्या अर्थ है?
- प्रश्न- पर्यावरण दक्षता (Eco Efficiency) से आप क्या समझते हैं?
- प्रश्न- पर्यावरणीय प्रबन्ध प्रणाली से आप क्या समझते हैं? इसके लक्षण बताइए। इसके लक्ष्यों को भी लिखिए।
- प्रश्न- पर्यावरणीय प्रबन्ध प्रणाली के लक्षण बताइए।
- प्रश्न- पर्यावरणीय प्रबन्ध प्रणाली के लक्ष्य बताइये।
- प्रश्न- पर्यावरणीय प्रबन्ध प्रणाली के लाभ बताइये। सतत् सुधार चक्र को समझाइये।
- प्रश्न- पर्यावरणीय अंकेक्षण से आप क्या समझते हैं? इसके कार्यक्षेत्र तथा आवृत्ति को बताइए। पर्यावरणीय अंकेक्षण के क्या लाभ होते हैं?
- प्रश्न- पर्यावरणीय अंकेक्षण की आवश्यकता बताइये।
- प्रश्न- पर्यावरणीय अंकेक्षण का कार्यक्षेत्र समझाइए। यह किसे करना चाहिए?
- प्रश्न- पर्यावरणीय अंकेक्षण के लाभ बताइये।
- प्रश्न- पर्यावरण की सुरक्षा के बारे में भारतीय संविधान के प्रावधान बताइये।
- प्रश्न- पर्यावरणीय प्रबन्धन क्या है?
- प्रश्न- प्राकृतिक संसाधन प्रबन्ध से आपका क्या तात्पर्य है?
- प्रश्न- पर्यावरणीय अंकेक्षण कार्यक्रम पर टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- पर्यावरणीय अंकेक्षण प्रोटोकॉल का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- प्रभावी पर्यावरणीय प्रबन्ध प्रणाली के प्रमुख तत्व बताइये।
- प्रश्न- पर्यावरण शिक्षा का आशय एवं परिभाषा बताइये। पर्यावरण शिक्षा की आवश्यकता एवं महत्व को स्पष्ट करते हुए इसके क्षेत्र का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- पर्यावरण शिक्षा की आवश्यकता एवं महत्व को समझाइये।
- प्रश्न- पर्यावरण शिक्षा के कार्यक्षेत्र को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- मूल्य-आधारित पर्यावरणीय शिक्षा क्या है? इसका महत्व एवं आवश्यकता का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- मूल्य आधारित पर्यावरणीय शिक्षा का महत्व एवं आवश्यकता समझाइये।
- प्रश्न- पर्यावरणीय शिक्षा को प्रभावी बनाने हेतु उपायों का विश्लेषणात्मक वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- पर्यावरणीय जागरूकता से आप क्या समझते हैं? पर्यावरणीय जागरूकता / शिक्षा के उपाय बताइये।
- प्रश्न- भारत में पर्यावरणीय शिक्षा पर लेख लिखिए।
- प्रश्न- पर्यावरण शिक्षा की प्रमुख समस्याओं का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- पर्यावरण शिक्षा के प्रसार के अवरोधों को दूर करने के उपायों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- पर्यावरणीय विधान पर टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- वायु (प्रदूषण निवारण तथा नियन्त्रण) अधिनियम, 1981 में वायु प्रदूषण के निवारण एवं नियन्त्रण के सम्बन्ध में कौन-कौन से प्रावधान किये गये हैं? समझाइये।
- प्रश्न- विश्व व्यापार संगठन एवं पर्यावरण पर लेख लिखिए।
- प्रश्न- विश्व व्यापार संगठन के अन्तर्गत व्यापार तथा पर्यावरणीय मुद्दों को समझाइये।
- प्रश्न- "जनसंख्या, निर्धनता तथा पर्यावरण एक-दूसरे से घनिष्ठ रूप से सम्बन्धित है।' विश्लेषण कीजिए।
- प्रश्न- आर्थिक विकास एवं स्वास्थ्य के मध्य सम्बन्ध का परीक्षण कीजिए।
- प्रश्न- विश्व व्यापार संगठन क्या है?
- प्रश्न- विश्व व्यापार संगठन के उद्देश्य बताइये।
- प्रश्न- व्यापार एवं पर्यावरण में सम्बन्ध लिखिए।
- प्रश्न- पर्यावरण पर मनुष्य का क्या प्रभाव पड़ा है?
- प्रश्न- लिंग समानता तथा पर्यावरण को बताइये।
- प्रश्न- ग्रीन हाउस प्रभाव से आप क्या समझते हैं?
- प्रश्न- वायु (प्रदूषण निवारण तथा नियन्त्रण) अधिनियम, 1981 में वायु प्रदूषण के निवारण एवं नियन्त्रण के सम्बन्ध में कौन-कौन से प्रावधान किये गये हैं? समझाइये।
- प्रश्न- पारिस्थितिकी तन्त्र (Eco System) पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- यूरो मानक से क्या समझते हो?
- प्रश्न- भारतीय उत्सर्जन मानक (BS) पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- प्रमुख वैश्विक पर्यावरण मुद्दों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- वैश्विक ऊष्मीकरण या वैश्विक उष्मण।
- प्रश्न- मरुस्थलीयकरण पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- ओजोन परत व उसके क्षरण पर टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- अम्लीय वर्षा से आप क्या समझते हैं?
- प्रश्न- पर्यावरण संरक्षण में भारत की न्यायपालिका की सक्रियता या भूमिका का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- कार्बन ट्रेडिंग या कार्बन व्यापार से आप क्या समझते हैं?